For brutus is your name
a poem by R. A. Jacob
You supported the Aggressor,
You strengthened those hands,
You acted ignorant,
As if I don't understand.
Brutus, I can see you clearly,
Brutus, you can not hide,
Brutus, your shame is eternal,
Brutus, you can't hide.
The world will blame you for every,
No one will ever use that name,
I will hide your name forever,
For brutus is your name.
A poem by R. A. Jacob
Note : Brutus, Roman general, one of the conspirators in Shakespeare's Julius Caesar. Though he is Caesar's friend, Brutus joins in the conspiracy against Caesar's life, convincing himself that Caesar's death is for the greater good of Rome.
"तुम्हारा नाम ब्रूटस है।" कविता
आपने आक्रमणकारी का समर्थन किया,
आपने उन हाथों को मजबूत किया,
आपने अज्ञान व्यक्त किया,
जैसा कि मुझे समझ नहीं है।
ब्रूटस, मैं तुम्हें स्पष्ट रूप से देख सकता हूं,
ब्रूटस, तुम छिप नहीं सकते,
ब्रूटस, तुम्हारी शर्म शाश्वत है,
ब्रूटस, तुम छिप नहीं सकते।
दुनिया तुम्हें हर के लिए दोषी ठहराएगी,
कोई भी उस नाम का उपयोग नहीं करेगा,
मैं तुम्हारा नाम छिपाऊंगा,
क्योंकि तुम्हारा नाम ब्रूटस है।
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